TEN Days Rule/Rule of X-ray during pregnancy

TEN Days Rule/Rule  of X-ray during pregnancy



According to this rule  फीमेल पेशेंट के fetus को एक्सरे रेडिएशन से बचाने के लिए आई सी आर पी(ICRP) के द्वारा कुछ सीमा तय की गई जिसका एक्सरे करते समय ध्यान रखना  चाहिए।

(ICRP)Internationl Commission on radiological protection report no.-06, 1964 के अनुसार बच्चे पैदा करने वाली lady मासिक चक्र के केवल 10 दिन तक ही गर्भवती नहीं मानी जाती हैं।

अतः बहुत आवश्यक न हो तो सारे x-ray इन्ही first 10 days में ही किये जाने चाहिए ।

हम जानते है कि x-ray का effect chromosome's पर पड़ता हैं, चूँकि ये सीधे children की growth से जुड़े होते है।

अतः chromosome's में होने वाली गड़बड़ी बच्चे में malformed उत्पन्न कर सकती हैं।

Leukemia व अन्य कैंसर उन बच्चों में अधिक होते हैं, जिनकी माँ को गर्भावस्था में विकिरण निषेचित (fertilized ) ovum का implantation नही हो पाता हैं।

तथा दूसरे माह में शरीर के कुछ अंगों में malformation हो सकता हैं। तीसरे व चौथे महिने अग्रमस्तिक का ठीक से विकास न हो पाने से mental  retardation की संभावना बड़ जाती हैं।
अतः pregnant lady ( female patient) के x-ray अति आवश्यक होने पर निम्न prescauter's के साथ करना चाहिए।

1. Radiographic image के लिए जितने exposure की आवश्यकता हैं, अर्थात् kVp, mAs ज्यादा  exposure में नहीं देना चाहिए, अतः 
patient को कम से कम exposure देना चाहिए।

2. Patient के part के X-ray लेते समय collimeter's का उपयोग करना चाहिए।

3. kVp, mAs पहले से निर्धारित कर लेना चाहिए, जिससे कि x-ray (film) repeat न हों।

4. Patient को स्थिर रखकर x-ray लेते हैं, जिससे radiographic image खराब न हो।

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